ख़्वाब में जागती बे-ख़्वाबी पता पूछती है By Sher << ऐ शब-ए-ग़म मिरे मुक़द्दर ... 'आरिफ़'-हुसैन धोक... >> ख़्वाब में जागती बे-ख़्वाबी पता पूछती है क्या कहें नींद भी होती है सुलाने वाली Share on: