ख़याल आया हमें भी ख़ुदा की रहमत का By Sher << कोई तो बात है पिछले पहर म... जिसे परछाईं समझे थे हक़ीक... >> ख़याल आया हमें भी ख़ुदा की रहमत का सुनाई जब भी पड़ी है अज़ान पिंजरे में Share on: