ज़िंदगानी के हसीं शहर में आ कर 'जामी' By Sher << देख कर भी न देखना उस का यादों के दरख़्तों की हसीं... >> ज़िंदगानी के हसीं शहर में आ कर 'जामी' ज़िंदगानी से कहीं हाथ मिलाए भी नहीं Share on: