किस ज़माने की ये दुश्मन थी मिरी By Sher << रौशनी बाँटता हूँ सरहदों क... हम मय-कशों को डर नहीं मरन... >> किस ज़माने की ये दुश्मन थी मिरी इस मोहब्बत का हो मुँह काला मियाँ Share on: