किस ज़ुल्फ़-ए-सियह-फ़ाम के आई है मुक़ाबिल By Sher << उठा दिया तो है लंगर हवा क... वादा आने का वफ़ा कीजे ये ... >> किस ज़ुल्फ़-ए-सियह-फ़ाम के आई है मुक़ाबिल है शम्अ के चेहरे पे असर चाँद-कुहन का Share on: