किस ने बसाया था और उन को किस ने यूँ बर्बाद किया By Sher << कभी लफ़्ज़ों से ग़द्दारी ... दीवानगी के सिलसिला का होए... >> किस ने बसाया था और उन को किस ने यूँ बर्बाद किया अपने लहू की बू आती है इन उजड़े बाज़ारों से Share on: