किस तरफ़ आए किधर भूल पड़े ख़ैर तो है By Sher << किसी के तीर को छाती से हम... ये बस्तियाँ हैं कि मक़्तल... >> किस तरफ़ आए किधर भूल पड़े ख़ैर तो है आज क्या था जो तुम्हें याद हमारी आई Share on: