किसी गाँव में कच्चे घर की छाँव में कोई टहनी By Sher << सूरज सितारे चाँद फ़लक कहक... किसे ख़बर थी ख़िज़ाँ क़त्... >> किसी गाँव में कच्चे घर की छाँव में कोई टहनी ख़ुशी से लहलहाती है मियाँ तब शे'र होते हैं Share on: