किसी के एक इशारे में किस को क्या न मिला By Sher << हाए ज़ंजीर-शिकन वो कशिश-ए... मैं बहुत ख़ुश था कड़ी धूप... >> किसी के एक इशारे में किस को क्या न मिला बशर को ज़ीस्त मिली मौत को बहाना मिला Share on: