कितनी दिल-कश हैं तिरी तस्वीर की रानाइयाँ By Sher << ये इंतिहा-ए-मसर्रत का शहर... उस बेवफ़ा का शहर है और वक... >> कितनी दिल-कश हैं तिरी तस्वीर की रानाइयाँ लेकिन ऐ पर्दा-नशीं तस्वीर फिर तस्वीर है Share on: