किवाड़ बंद करो तीरा-बख़्तो सो जाओ By Sher << रात हिस्सा है मिरी उम्र क... कब बन-बास कटे इस शहर के ल... >> किवाड़ बंद करो तीरा-बख़्तो सो जाओ गली में यूँ ही उजालों की आहटें होंगी Share on: