कोई हलचल है न आहट न सदा है कोई By Sher << कुछ दूर आओ मौत के हमराह भ... जलाओ ग़म के दिए प्यार की ... >> कोई हलचल है न आहट न सदा है कोई दिल की दहलीज़ पे चुप-चाप खड़ा है कोई Share on: