कुछ दिन से अजब बे-कली घेरे है तसव्वुर By Sher << ना-मुस्तजाब इतनी दुआएँ हु... मय-कशों में न कोई मुझ सा ... >> कुछ दिन से अजब बे-कली घेरे है तसव्वुर कुछ दिन से मुझे अपना ही घर घर नहीं लगता Share on: