कुछ इस तरह से कहा मुझ से बैठने के लिए By Sher << ये बादल ग़म के मौसम के जो... वफ़ा तो कैसी जफ़ा भी नहीं... >> कुछ इस तरह से कहा मुझ से बैठने के लिए कि जैसे बज़्म से उस ने उठा दिया है मुझे Share on: