क्या दुख है समुंदर को बता भी नहीं सकता By Sher << ये महफ़िल आज ना-अहलों से ... मोहब्बत की सज़ा तर्क-ए-मो... >> क्या दुख है समुंदर को बता भी नहीं सकता आँसू की तरह आँख तक आ भी नहीं सकता Share on: