ये महफ़िल आज ना-अहलों से जो मामूर है 'वासिफ़' By Sher << सफ़र तवील सही हासिल-ए-सफ़... क्या दुख है समुंदर को बता... >> ये महफ़िल आज ना-अहलों से जो मामूर है 'वासिफ़' उसी महफ़िल में कोई जौहर-ए-क़ाबिल भी आएगा Share on: