क्यूँ सकीना और ज़ैनब इस क़दर ख़ामोश हैं By Sher << ता-क़यामत ज़िक्र से रौशन ... काबा हो दैर हो दोनों में ... >> क्यूँ सकीना और ज़ैनब इस क़दर ख़ामोश हैं दूर तक सहरा में देखो ख़ामुशी है कर्बला Share on: