लफ़्ज़ जब उतरा मिरी आँखें मुनव्वर हो गईं By Sher << मिट जाने के आसार विरासत म... तुम दिए जाओ यूँही हम को ह... >> लफ़्ज़ जब उतरा मिरी आँखें मुनव्वर हो गईं लफ़्ज़ 'अहमद' ज़िंदगी से राब्ते की डोर है Share on: