लगा दी दौन इस जंगल को बस इक दो ही आहों में By Sher << पहुँचूँ मैं किस की कोहना ... ख़याल कीजिए क्या काम आज म... >> लगा दी दौन इस जंगल को बस इक दो ही आहों में ये धरपत क़हर कुछ इंशा ने दीपक राग का जोड़ा Share on: