लॉन्ड्री खोली थी उस के इश्क़ में By Sher << थोड़ा सा अक्स चाँद के पैक... कटा था रोज़-ए-मुसीबत ख़ुद... >> लॉन्ड्री खोली थी उस के इश्क़ में पर वो कपड़े हम से धुलवाता नहीं Share on: