लय में डूबी हुई मस्ती भरी आवाज़ के साथ By Sher << वो चाँदनी में फिरते हैं घ... कुछ इस क़दर नहीं सफ़र-ए-ह... >> लय में डूबी हुई मस्ती भरी आवाज़ के साथ छेड़ दे कोई ग़ज़ल इक नए अंदाज़ के साथ Share on: