लिबास में है वो तर्ज़-ए-तपाक-ए-आराइश By Sher << नफ़स नफ़स हो सबा की तरह ब... कोई नादीदा उँगली उठ रही ह... >> लिबास में है वो तर्ज़-ए-तपाक-ए-आराइश जो अंग चाहे छुपाना झलक झलक जाए Share on: