मआल-ए-ज़ब्त-ए-पैहम हो गई है By Sher << जाने क्या महफ़िल-ए-परवाना... है मुसलमाँ को हमेशा आब-ए-... >> मआल-ए-ज़ब्त-ए-पैहम हो गई है मसर्रत हासिल-ए-ग़म हो गई है Share on: