महसूस कर रहा हूँ ख़ारों में क़ैद ख़ुशबू By निगाह, Sher << रक्खी हुई है दोनों की बुन... लगी वो तुझ सी तो आलम में ... >> महसूस कर रहा हूँ ख़ारों में क़ैद ख़ुशबू आँखों को तेरी जानिब इक बार कर लिया है Share on: