मैं ऐसे दर का गदा हूँ जहाँ पे मोती क्या By Sher << मैं ने सूरज की तरह ख़ुद क... किताब-ए-इश्क़ के जो मो... >> मैं ऐसे दर का गदा हूँ जहाँ पे मोती क्या हज़ार बार मुझे संग आब-दार मिले Share on: