मैं इसे शोहरत कहूँ या अपनी रुस्वाई कहूँ By Sher << होता है साफ़ रू-ए-किताबी ... पा-बोस-ए-यार की हमें हसरत... >> मैं इसे शोहरत कहूँ या अपनी रुस्वाई कहूँ मुझ से पहले उस गली में मेरे अफ़्साने गए Share on: