मैं ज़ख़्म खा के गिरा था कि थाम उस ने लिया By Sher << रात सितारों वाली थी और धू... मैं सो गया तो कोई नींद से... >> मैं ज़ख़्म खा के गिरा था कि थाम उस ने लिया मुआफ़ कर के मुझे इंतिक़ाम उस ने लिया Share on: