मैं मुंतज़िर हूँ तेरी तमन्ना लिए हुए By Sher << दिल ओ निगाह पे तारी रहे फ... नाव काग़ज़ की छोड़ दी मैं... >> मैं मुंतज़िर हूँ तेरी तमन्ना लिए हुए आ जा फ़रोग़-ए-हुस्न की दुनिया लिए हुए Share on: