मैं ने आँखों में जला रखा है आज़ादी का तेल By Sher << नाम तेरा भी रहेगा न सितमग... लाश क़ातिल ने खुली फेंक द... >> मैं ने आँखों में जला रखा है आज़ादी का तेल मत अंधेरों से डरा रख कि मैं जो हूँ सो हूँ Share on: