मैं तिरे हिज्र की गिरफ़्त में हूँ By Sher << कोई ता'मीर की सूरत तो... कभी उस से दुआ की खेतियाँ ... >> मैं तिरे हिज्र की गिरफ़्त में हूँ एक सहरा है मुब्तला मुझ में Share on: