मजनूँ कहानी अपनी सुनावे अगर मुझे By Sher << मालूम नहीं मुझ को कि जावे... मज्लिस में उस की अब तो दर... >> मजनूँ कहानी अपनी सुनावे अगर मुझे सुन सुन के चुप रहूँ मैं न ''हाँ'' और न ''हूँ'' करूँ Share on: