माना बुरी ख़बर है प तेरी ख़बर तो है By Sher << मर चुके जीते-जी ख़ुशा क़ि... लिक्खी थी ग़ज़ल ये आगरा म... >> माना बुरी ख़बर है प तेरी ख़बर तो है सब्र-ओ-क़रार नज़्र करूँ नामा-बर को मैं Share on: