मरहम तिरे विसाल का लाज़िम है ऐ सनम By Sher << न वाइज़ हज्व कर एक दिन दु... पाँव के नीचे से पहले खींच... >> मरहम तिरे विसाल का लाज़िम है ऐ सनम दिल में लगी है हिज्र की बर्छी की हूल आज Share on: