मरज़-ए-इश्क़ को शिफ़ा समझे By Sher << अब जिस के जी में आए वही प... मैं गहरे पानियों को चीर द... >> मरज़-ए-इश्क़ को शिफ़ा समझे दर्द को दर्द की दवा समझे Share on: