मस्जिद का है ख़याल न परवा-ए-चर्च है By Sher << कूचे में उस के बैठना हुस्... इस तरह ख़ुश हूँ किसी के व... >> मस्जिद का है ख़याल न परवा-ए-चर्च है जो कुछ है अब तो कॉलेज-ओ-टीचर में ख़र्च है Share on: