होगा किसी दीवार के साए में पड़ा 'मीर' By Sher << की है उस्ताद-ए-अज़ल ने ये... चाँद सी शक्ल जो अल्लाह ने... >> होगा किसी दीवार के साए में पड़ा 'मीर' क्या रब्त मोहब्बत से उस आराम-तलब को Share on: