मेरी रातें भी सियह दिन भी अँधेरे मेरे By Sher << मिरी नज़र तो ख़लाओं ने बा... मुफ़लिसों की बस्ती को बेक... >> मेरी रातें भी सियह दिन भी अँधेरे मेरे रंग ये मेरे मुक़द्दर में कहाँ से आया Share on: