मिरे फ़ुसूँ ने दिखाई है तेरे रुख़ की सहर By Sher << मैं तो मस्जिद से चला था क... है ख़ाल यूँ तुम्हारे चाह-... >> मिरे फ़ुसूँ ने दिखाई है तेरे रुख़ की सहर मिरे जुनूँ ने बनाई है तेरे ज़ुल्फ़ की शाम Share on: