मिरे घर से ज़ियादा दूर सहरा भी नहीं लेकिन By Sher << मंज़िलें इश्क़ की आसाँ हु... बाल-ओ-पर की जुम्बिशों को ... >> मिरे घर से ज़ियादा दूर सहरा भी नहीं लेकिन उदासी नाम ही लेती नहीं बाहर निकलने का Share on: