मिरी तमन्ना है अब के तुम फिर मिलो तो जी भर के मुस्कुराएँ By Sher << आपस की गुफ़्तुगू में भी क... ईद का दिन तो है मगर '... >> मिरी तमन्ना है अब के तुम फिर मिलो तो जी भर के मुस्कुराएँ कि देखना है ये रौशनी का सफ़र बहुत देर ब'अद जा कर Share on: