मुझे अपने रूप की धूप दो कि चमक सकें मिरे ख़ाल-ओ-ख़द By Sher << उसे भी जाते हुए तुम ने मु... जोश-ए-वहशत यही कहता है नि... >> मुझे अपने रूप की धूप दो कि चमक सकें मिरे ख़ाल-ओ-ख़द मुझे अपने रंग में रंग दो मिरे सारे रंग उतार दो Share on: