मुझे ख़रीद रहे हैं मिरे सभी अपने By Sher << जिस्म को पढ़ते रहे वो रूह... बारहा हम पे क़यामत गुज़री >> मुझे ख़रीद रहे हैं मिरे सभी अपने मैं बिक तो जाऊँ मगर सामने तो आए कोई Share on: