मुझे न देखो मिरे जिस्म का धुआँ देखो By Sher << मैं ने बचपन की ख़ुशबू-ए-न... जीने वाले तिरे बग़ैर ऐ दो... >> मुझे न देखो मिरे जिस्म का धुआँ देखो जला है कैसे ये आबाद सा मकाँ देखो Share on: