तुझे मा'लूम है इन फेफड़ों में ज़ख़्म आए हैं By Sher << मज़कूर तिरी बज़्म में किस... रूह में रेंगती रहती है गु... >> तुझे मा'लूम है इन फेफड़ों में ज़ख़्म आए हैं तिरी यादों की इक नन्ही सी चिंगारी बचाने में Share on: