उस्ताद के एहसान का कर शुक्र 'मुनीर' आज By Sher << धो डालिए ख़ून 'मुसहफ़... सात संदूक़ों में भर कर दफ... >> उस्ताद के एहसान का कर शुक्र 'मुनीर' आज की अहल-ए-सुख़न ने तिरी तारीफ़ बड़ी बात Share on: