न इंतिज़ार करो कल का आज दर्ज करो By Sher << दामन अश्कों से तर करें क्... तेरे मिलाप बिन नहीं '... >> न इंतिज़ार करो कल का आज दर्ज करो ख़मोशी तोड़ दो और एहतिजाज दर्ज करो Share on: