न ज़क़न है वो न लब हैं न वो पिस्ताँ न वो क़द By Sher << नमाज़-ए-सुब्ह वो ही पढ़ र... न ले जा दैर से का'बा ... >> न ज़क़न है वो न लब हैं न वो पिस्ताँ न वो क़द सेब ओ उन्नाब ओ अनार एक शजर से निकले Share on: