न जाने किस तरह बिस्तर में घुस कर बैठ जाती हैं By Sher << मेरी आवाज़ को आवाज़ ने तक... मैं संतरी हूँ औरतों की जे... >> न जाने किस तरह बिस्तर में घुस कर बैठ जाती हैं वो आवाज़ें जिन्हें हम रोज़ बाहर छोड़ आते हैं Share on: