न पूछो हम-सफ़रो मुझ से माजरा-ए-वतन By Sher << थक गए हम करते करते इंतिज़... तब्अ कह और ग़ज़ल, है ये &... >> न पूछो हम-सफ़रो मुझ से माजरा-ए-वतन वतन है मुझ पे फ़िदा और मैं फ़िदा-ए-वतन Share on: