तब्अ कह और ग़ज़ल, है ये 'नज़ीरी' का जवाब By Sher << न पूछो हम-सफ़रो मुझ से मा... तुड़ा-मुड़ा है मगर ख़ुदा ह... >> तब्अ कह और ग़ज़ल, है ये 'नज़ीरी' का जवाब रेख़्ता ये जो पढ़ा क़ाबिल-ए-इज़हार न था Share on: